"यह मुझको मालूम हुआ"(रुबाइ)

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"हिरनी - सी  मासूम  है  वो,  क़ातिल  भी  मालूम  हुआ !  तड़प रही है दर्द से ख़ुद भी  यह  मुझको  मालूम   हुआ !!  दम-दम दामिनी दमक रही है  केश  की ...

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